बाराबंकी। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में दो अलग-अलग स्कूल की वैनों में नाबालिक बच्चियों से यौन शोषण का मामला सामने आया है। पहला मामला जिले के रामनगर क्षेत्र से सामने आया है, वहीं दूसरा मामला जैदपुर कस्बे में संचालित एक इंटर कॉलेज का है।
बता दें कि रामनगर क्षेत्र के एक निजी स्कूल के यूकेजी में पढ़ने वाली पांच साल की मासूम बच्ची के साथ उसी के स्कूल वैन चालक उमाकांत यादव ने दुष्कर्म व अमानवीय हरकतें की थी। मामले की जानकारी होते ही पुलिस ने आरोपी चालक पर केस दर्ज करते हुए जेल भेजा दिया था।
वहीं इस घटना के दूसरे दिन जैदपुर कस्बे में भी एक निजी इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली कक्षा तीन की एक बच्ची के साथ स्कूल वैन चालक ने छेड़छाड़ की थी। इस मामले में भी पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर मामला दर्ज करते हुए शुक्रवार को ही आरोपी चालक को जेल भेज दिया था।
वहीं बाराबंकी जिले में स्कूली बच्चियों के साथ हुई इन घटनाओं का संज्ञान लेते हुए शनिवार को राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी बाराबंकी पहुंचे। यहां बीएसए संतोष देव पांडेय व जिला प्रोबेशन अधिकारी पल्लवी सिंह के साथ बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी सबसे पहले रामनगर पहुंचे।
यहां पर उन्होंने पीड़ित बच्ची से मुलाकात की जिसके बाद वह बच्ची के स्कूल पहुंचे। जहां पर उन्होंने आरोपी चालक की नियुक्ति व निष्कासन से संबंधित अभिलेख अपने कब्जे में लिए और वाहन चालकों को बुलाकर उनके ड्राइविंग लाइसेंस की जांच कर स्कूल संबंधी कई दस्तावेज भी देखे। इस दौरान आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने बताया कि इस विद्यालय में कई खामियां पाई गई हैं, जिसको लेकर इसे पूरी तरह से सील कर दिया गया है और यहां पर पढ़ने वाले बच्चों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है।
वहीं रामनगर क्षेत्र में इस कार्रवाई के बाद बाल अधिकार संरक्षण आयोग की पांच सदस्य टीम श्याम त्रिपाठी के नेतृत्व में बीएसए संतोष देव पांडेय व जिला प्रोबेशन अधिकारी पल्लवी सिंह के साथ जैदपुर कस्बे के उस इंटर कॉलेज पहुंची जहां पर कक्षा 3 की 11 वर्षीय छात्रा के साथ वैन चालक ने छेड़छाड़ की थी। यहां पर बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने स्कूल में काफी देर तक जांच पड़ताल करते हुए स्कूल संबंधित कई दस्तावेज मांगे पर स्कूल प्रबंधन कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कर पाया।
इसके बाद टीम ने विद्यालय परिसर में घूम कर व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान टीम को इस विद्यालय में भी कई खामियां मिली। जिसमें स्कूली वैन में मासूम बच्ची के साथ छेड़छाड़ हुई थी वह प्राइवेट वैन थी जिससे अवैध तरीके से स्कूली बच्चे ढोए जा रहे थे। सदस्य श्याम त्रिपाठी ने बताया कि इस विद्यालय के लोग कोई भी साक्ष्य नहीं दिखा पाए हैं। इस विद्यालय की जांच कराई जाएगी, इस विद्यालय में कोई भी व्यवस्थाएं नहीं है इसे भी बंद कराया जाएगा।