ब्युरो रिपोर्ट--
मसौली बाराबंकी। ईश्वर ने हमारे शरीर की रचना कुछ ऐसी की है कि रोग के आसार बनते ही हमारा मस्तिष्क इस की सूचना दे देता है। जो व्यक्ति अपनी व्यस्तता का बहाना बना कर इस संदेश की परवाह नहीं करता, वह रोग से बच नहीं सकता।
उक्त बातें शुक्रवार को पंचायत भवन बड़ागांव मे लोगो के बीच काउंसलिंग करते हुए राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के साइकॉलजिस्ट संजय कुमार ने कही उन्होंने कहा कि तम्बाकू का सेवन करने वाले के मस्तिष्क पर तम्बाकू का प्रभाव तेजी के साथ हावी हो जाता है इसीलिए तम्बाकू सेवनकर्ता जल्द ही इसका आदी हो जाता है। तम्बाकू मन-मस्तिष्क को कमजोर कर देता है। इसके विष के प्रभाव से क्रोध की प्रवृत्ति प्रबल हो जाती है। उन्होंने कहा कि तम्बाकू में चार प्रकार के ऐसे पदार्थ होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए विष का काम काम करते हैं। यह मुंह, दांत एवं पाचन को प्रभावित करता है तथा रक्तचाप एवं धड़कन को बढ़ा देता है। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की टीम ने लोगों को मानसिक स्थिति व तंबाकू गुटका पान मसाला खा कर इधर-उधर थूकना वाह साफ-सफाई सोशल डिस्पेंसिंग के बारे में उनकी काउंसलिंग की गयी
जागरूकता टीम ने ग्रामीणों को तम्बाकू ,गुटखा, सिगरेट व अन्य उत्पादों के सेवन से होने वाली कई गम्भीर व जानलेवा बीमारियों की जानकारी दी। टीम ने लोगों को जागरूक करते हुए तम्बाकू का सेवन का बहिष्कार करने की शपथ भी दिलाई।
इस मोके पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नूर मोहम्मद अभिषेक मिश्रा, राकेश कुमार, सचिन सिंह ने अपना योगदान दिया।