बाराबंकी जिले से ढ़ाई साल पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई मूक-बधिर युवती को फतेहपुर पुलिस ने बरामद कर परिजनों को सौंप दिया। युवती के लापता होने के बाद परिजनों ने ससुरालीजनों पर हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था।
बता दें कि 19 मई 2022 को देंवा थाना क्षेत्र के ग्राम लोंहजर निवासी दिनेश चंद्र ने फतेहपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी मूक-बधिर बेटी को उसके ससुराल वालों ने अपहरण कर हत्या कर दी। इस मामले में भदनेवा, संदूपुर निवासी पति रितेश कुमार, ससुर प्यारेलाल, ननद प्रीति, ननदोई राहुल कुमार, अवधराम और विपिन कुमार पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
पुलिस ने युवती की तलाश में मिशन शक्ति के तहत “ऑपरेशन खोज” चलाया। महिला उपनिरीक्षकों और आरक्षियों की टीमों ने सीमावर्ती गांवों में सर्च ऑपरेशन चलाया। युवती की फोटो सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित की गई। स्वाट और सर्विलांस टीम ने मैनुअल और डिजिटल इंटेलिजेंस के जरिये युवती की तलाश जारी रखी।
स्वाट टीम को सूचना मिली कि हरदोई जिले के शाहाबाद थाना क्षेत्र के आगापुर गांव में एक मूक-बधिर युवती रह रही है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवती को शिवकुमार के घर से बरामद किया। पूछताछ में पता चला कि शिवकुमार ने युवती को जून 2022 में लखीमपुर जिले के मैगलगंज स्थित बालाजी मंदिर परिसर में भटकते हुए पाया था। शिवकुमार ने उसे सुरक्षा के दृष्टिकोण से अपने घर रख लिया था और लगातार उसके परिजनों की तलाश कर रहे थे। रविवार को पुलिस टीम ने युवती को सकुशल बरामद कर फतेहपुर लाई और परिजनों को सौंप दिया। ढाई साल बाद अपनी बेटी को देखकर परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। परिजनों ने पुलिस के प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया।