जहांगीराबाद बाराबंकी । जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित युवक को ड्राइवर की नौकरी का वीजा देकर सऊदी अरब भेजा गया, लेकिन वहां पहुंचने पर उसे मानसिक अस्पताल में सफाई और देखरेख का काम सौंप दिया गया। मारपीट और धन वसूली के बाद भी युवक को घर वापस नहीं भेजा गया। पीड़ित युवक ने सऊदी में मौजूद अपने कुछ रिश्तेदारों से मदद मांगी, जिसके बाद वह अपने देश भारत वापस लौट सका। अपने वतन लौटकर पीड़ित व्यक्ति ने पुलिस को शिकायती पत्र देते हुए आरोपी एजेंट पर कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि मसीहुद्दीन पुत्र वजीहुद्दीन निवासी दतौली थाना जहांगीराबाद ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में अपनी आपबीती सुनाई। उसने बताया कि 12 अक्टूबर को थाना क्षेत्र के रहने वाले फरहत ने 1.5 लाख रुपये लेकर उसे सऊदी अरब में बस ड्राइवर की नौकरी का झांसा दिया। हालांकि विदेश पहुंचते ही उनके साथ धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। पीड़ित को एक मानसिक अस्पताल में सफाईकर्मी और देखभाल के काम पर लगा दिया गया। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो फरहत के भाई रफत जो वहीं काम करता है उसने उनके साथ मारपीट की।
पीड़ित ने बताया कि रफत ने भारत भेजने के नाम पर 45 हजार रुपये की मांग की। पैसे देने के बावजूद उन्हें घर नहीं भेजा गया और जबरन काम करने पर मजबूर किया गया। इस दौरान उसने अपने रिश्तेदारों से संपर्क किया। सऊदी अरब में कार्यरत उनके रिश्तेदारों की मदद से वह अपने वतन लौट सका। वापस लौटे मसीहुद्दीन ने अपने परिजनों के साथ जहांगीराबाद थाने में शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी अभय कुमार मौर्य ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। दोषियों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। जांच के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। बता दें कि विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे मामले युवाओं को आर्थिक और मानसिक रूप से तोड़ देते हैं। पुलिस का कहना है कि धोखाधड़ी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।